आगर-मालवा, सत्यनारायण शर्मा। नगर को जल्द ही नये इंडस्ट्रीयल एरिये की सौगात मिलने वाली है। पिछले ६ वर्षों से इस दिशा में लघु उद्योग भारती द्वारा प्रयास किये जा रहे थे। मध्यप्रदेश इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट कारर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा उज्जैन रोड बडी कटन के पास ५३.५४ करोड रूपये की लागत से बनने वाले इंस्ट्रीयल पार्क हेतु टेण्डर भी जारी कर दिये है। इस औद्योगिक क्षेत्र के आकार लेने के बाद निश्चित रूप से आगर के विकास को भी पंख लग जायेंगे। सबसे खास बात यह है कि इंदौर-उज्जैन जैसे शहरों में इस तरह के पार्क को डेवलप करने के स्थान नहीं बचे है। ऐसी दशा में उद्योगपतियों का आगर की ओर आकर्षित होना लाजमी है।
सुसनेर रोड पर आगर जिले का पहला औद्योगिक क्षेत्र डेवलप किया गया था। यहां तमाम तरह की खामियां व परेशानियां से रूबरू होते उद्यमी की दास्तां किसी से छपी हुई नहीं है। आज यह औद्योगिक क्षेत्र पूरी तरह विकसित हो चुका है और कई तरह के छोटे-बडे कल कारखाने संचालित हो रहे है। नगर को विकसित और सुव्यवस्थित इंस्ट्रीयल एरिये की दरकरार थी। पिछले ६ वर्षों से लघु उद्योग भारती जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस दिशा में कार्य कर रही थी। जिलाध्यक्ष राजेश अरोडा ने तात्कालीन जिलाधीश अवधेश शर्मा और वर्तमान जिलाधीश कैलाश वानखेडे से लगातार मुलाकात कर भोपाल तक दौड-धूप की। नतीजतन उज्जैन रोड पर बडी कटन के पास ग्राम मालीखेडी के सर्वे क्रमांकों पर औद्योगिक क्षेत्र के लिए आरक्षित की गई लगभग ३० हेक्टेयर भूमि पर जल्द ही नया इंडस्ट्रीयल एरिया आकार लेगा। मध्यप्रदेश इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट कारर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा गत दिनों समाचार पत्रों में १८ शहरों के औद्योगिक पार्कों हेतु विज्ञप्ति प्रकाशित की है। उक्त विज्ञप्ति में सीरियल नंबर ४ पर डेवलपमेंट ऑफ न्यू इंडस्ट्रीयल पार्क आगर मालवा भी शामिल है। ५३.५४ करोड रूपये की लागत से उज्जैन रोड पर आकार लेने वाले इस औद्योगिक क्षेत्र में एमपीआईडीसी द्वारा सडक, बिजली व पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं जुटाई गई। इंडस्ट्रीयल एरिये का मुख्य प्रवेश मार्ग लगभग २४ मीटर (८० फीट) चौडा होगा। जबकि आतंरिक सडक लगभग १२ मीटर (४० फीट) चौडी होगी।
बिजली, पानी की होगी व्यवस्था
इस इंडस्ट्रीयल एरिये को पूरी तरह से विकसित करके दिया जायेगा। हर उद्योग तक पहुंचने के लिए लंबे और चौडे रोड होगें। मुख्य मार्ग फोरलेन होकर आंतरिक मार्गों को विभाजित करेगा। यहां पूरे औद्योगिक क्षेत्र में बिजली पोल लगाये जाने के साथ अलग-अलग डीपियां और पूरा बिजली ग्रिड भी निर्मित होगा।
टिल्लर बांध से आ सकता है पानी
इस औद्योगिक क्षेत्र में पानी उपलब्ध करवाना भी शामिल रहेगा। सूत्र बताते है कि जिस स्थान पर पार्क डेवलप होगा वहां जल आपूर्ति के संसाधन नहीं है। ऐसे में आगर के बडे तालाब या टिल्लर बांध से पानी लिफ्ट कर पार्क तक पहुंचाया जायेगा। हालांकि आगर से पानी लिफ्ट करना आसान जरूर रहेगा मगर मोतीसागर तालाब आगर की जीवनरेखा है और नगर की जल आपूर्ति में सबसे बडा योगदान इसी तालाब का रहता है।
एक साल में तैयार हो जायेगा पार्क
यह औद्योगिक पार्क लगभग एक वर्ष में तैयार होने की पूरी संभावना है। सडक निर्माण एवं अन्य कार्यो के दौरान ही आवेदनकर्ताओं को जमीन उपलब्ध करवा दी जायेगी ताकि वे बैंक लोन व अन्य कागजी कार्रवाईयां पूरी कर जल्द से जल्द अपना उद्योग शुरू कर सकें।
आगर के विकास को लगेंगे पंख
इंदौर और उज्जैन जैसे शहरों में नवीन औद्योगिक क्षेत्रों के लिए जगह कम बची है। जानकार लोगों के अनुसार यहां बेहद कम जगह होने की वजह से आगर की ओर उद्योगपतियों का रूख हो सकता है। गौरतलब रहे कि इंदौर के उद्योगपति द्वारा पचेटी डेम के नजदीक इथेेनॉल प्लांट डाला जा रहा है। इस उद्योगपति ने ४५ बीघा जमीन खरीदकर करीब २०० करोड की लागत से उद्योग लगाने की योजना बनाई है। इसका भूमि व वास्तु पूजन नवरात्रि में संपन्न हो चुका है।
२५ को मनेगा स्थापना दिवस
लघु उद्योग भारती अपना स्थापना दिवस २५ अप्रैल को इसी नवीन भूमि पर बनायेगी। जिलाध्यक्ष राजेश अरोडा ने बताया कि बडी कटन के नजदीक विकसित होने वाले नये औद्योगिक पार्क की भूमि पर ही स्थापना दिवस मनाये जाने की तैयारियां की जा रही है।