एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की दबंग दुल्हनिया ऊर्फ कामना पाठक देव दीपावली के दौरान काशी नगरी पहुंची

 


एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ से दरोगा हप्पू सिंह (योगेश त्रिपाठी) और उनकी ‘दबंग दुल्हनिया‘ राजेश (कामना पाठक) की बेहद मशहूर जोड़ी देव दीपावली के दौरान काशी नगरी पहुंची। यहां पर उन्होंने विभिन्न घाटों की यात्रा का आनंद उठाया, गंगा नदी के किनारे नाव की सवारी के मजे लिये, मुंह में पानी भर देने वाले स्ट्रीट फूड का स्वाद चखा और शहर के मशहूर स्टोर्स पर जमकर खरीदारी भी की। इस अवसर पर कामना पाठक ने देव दीपावली के भव्य उत्सव के दौरान शहर की सैर करने और पहली बार काशी नगरी आने के अपने अनुभव एवं रोमांच के बारे में बात की। 


1. देव दीपावली के दौरान वाराणसी घूमने का आपका अनुभव कैसा था? 

मैं बहुत खुश हूं कि देव दीपावली के जश्न के दौरान मुझे इस शहर में आने का मौका का मौका मिला। पूरी काशी को रौशनी से सजाया गया था और लोगों में गजब का रोमांच था। मैंने देव दीपावली उत्सव के बारे में काफी कुछ सुन रखा था और सोशल मीडिया पर कई वीडियोज भी देखे थे, लेकिन मुझे कभी भी इसे लाइव देखने का मौका नहीं मिला था। इस उत्सव के वीडियोज देखना और खुद यहां आकर इस जश्न में शामिल होना, दोनों ही बिल्कुल अलग अनुभव है। मैं पहली बार वहां गई थी और घाटों पर लाखों दीयों के जलने का नजारा इतना अद्भुत था, कि मैं मंत्रमुग्ध होकर रह गई। यह वाकई में एक देखने लायक दृश्य था। अस्सी घाट को देखकर बहुत अच्छा लगा। सच कहूं, तो सारे घाट बेहद खूबसूरत नजर आ रहे थे। हमने नौका सवारी का भी आनंद उठाया। चारों ओर फैली खूबसूरती और जश्न के उत्साह ने मेरा मन मोह लिया। यह ऐसा अनुभव है जो ताउम्र मेरी यादों में बसा रहेगा। 


2. हाल ही में आपके वाराणसी जाने का क्या कारण था? 

हमारे शो ‘हप्पू की उलटन पलनटन‘ ने हप्पू सिंह और उसकी दबंग दुल्हनिया रज्जो के मजेदार किस्सों और कनपुरिया स्टाइल के उनके संवादों एवं प्यारी नोंकझोंक के साथ दर्शकों के दिलों को जीता है और इसकी वजह से यह उनका एक सबसे पसंदीदा शो बन गया है। इसलिये, इस साल दर्शकों को और भी हंसाने, उनसे बातचीत करने एवं उनसे मिलने के लिये तथा शहर के इस मशहूर उत्सव का आनंद उठाने के लिये हमने काशी आने का फैसला किया। 


3. अपने शो और अपने किरदार के बारे में हमें थोड़ा बतायें। 

‘हप्पू की उलटन पलटन‘ एक ‘‘घरेलू कॉमेडी‘ है, जिसमें दरोगा हप्पू सिंह, उसकी ‘दबंग दुल्हनिया‘ राजेश (कामना पाठक), हप्पू की जिद्दी मां कटोरी अम्मा (हिमानी शिवपुरी) और हप्पू एवं राजेश के नौ शरारती बच्चों की कहानी दिखाई गई है। मेरे किरदार राजेश का व्यक्तित्व दमदार है और वह आत्मविश्वास के साथ अपने विचारों को सामने रखती है। वह हमेशा अपने मन की बात कहती है और चीजों को यूं ही नहीं छोड़ती। कोई भी उसके साथ उलझने से पहले दो बार सोचता है। उसकी बुंदेलखंडी बोली, अपनी सास के साथ उसकी नोंक-झोंक और उसका नौ शरारती बच्चों की मां होना, दर्शकों को बहुत हंसाता है। 


4. आप किसी भी नई जगह पर जाने के बाद आमतौर पर क्या करना पसंद  करती हैं? 

मुझे अपने और अपने प्रियजनों के लिये वहां के स्थानीय सामानों की खरीदारी करने में बहुत मजा आता है। मुझे भारतीय साड़ियां बेहद पसंद हैं और मैं जहां भी जाती हूं, उस शहर से कम से कम एक साड़ी खरीदने की कोशिश जरूर करती हूं। मेरे पास साड़ियों का एक बहुत बड़ा कलेक्शन है, लेकिन हमेशा से चाहती थी कि मेरे पास कम से कम एक असली वाराणसी साड़ी जरूर हो और अब मेरी यह इच्छा भी पूरी हो गई है। दुकानों पर साड़ियों, पारंपरिक ड्रेसेज और ज्वेलरी का सेलेक्शन देखकर मैं हैरान रह गई थी। उनमें से किसी एक को चुनना वाकई में बहुत मुश्किल काम था। मैंने उनमें से कुछ खरीद लिये। मुझे यहां के कलेक्शन से प्यार हो गया है और मैं चाहती हूं कि पूरे दिन शॉपिंग करती रहूं।


5. क्या आपने काशी विश्वनाथ के दर्शन किये? 

विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर गये हमारी यात्रा पूरी ही नहीं हो सकती थी। हमने भगवान शिव का आशीर्वाद लिया। मैंने जब इस मंदिर को देखा, तो इसकी खूबसूरती को देखते ही रह गई और मुझे हर पल ऐसा आभास हुआ, जैसे परमपिता परमेश्वर हमारे साथ हैं। वाराणसी में देखने लायक बहुत कुछ है। घाटों से लेकर महलों और सुबह-सवेरे की नौका सवारी के खूबसूरती नजारों को देखना एक अद्भुत अनुभव रहा। वाराणसी शाकाहारी लोगों के लिये स्वर्ग की तरह है, जहां पर आप बेहद कम कीमत में तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद उठा सकते हैं। यहां पर खासतौर से कचौड़ी-सब्जी, जलेबी, गोलगप्पे और ठंडाई जैसे पकवानों का स्वाद जरूर चखा जाना चाहिये। यहां के लोगों ने हमें फौरन पहचान लिया और हमारा अभिनंदन किया। उनके प्यार और लगाव ने मेरा दिल जीत लिया। इस अनुभव को मैं हमेशा याद रखूंगी। 


कामना पाठक को राजेश के रूप में देखिये, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में, हर सोमवार से शुक्रवार, रात 10ः00 बजे, सिर्फ एण्डटीवी पर!

Popular posts from this blog

तवा भी बिगाड़ सकता है घर का वास्तु, जानिए रसोई में तवे का महत्व

त्रेतायुग के राम-रावण युद्ध का स्मरण कराएगा कालवा बालाजी  मंदिर

सिद्धार्थ कॉन्वेंट हाई स्कूल में मकर सक्रांति पर्व मनाया