22 नवंबर को किसान शक्ति का शंखनाद होगा भोपाल में: जिले से भी पहुँचगे 5000 किसान
आगर मालवा (निप्र)-भारतीय किसान संघ ने स्थानीय कृषि उपजमंडी स्थित किसान भवन में पत्रकारवार्ता आयोजित कर बताया कि भारतीय किसान संघ पिछले 43 वर्षों से किसान समाज के जागरण एवं समस्याओं के समाधान के काम में निरंतर लगा हुआ है। किसानों की समस्याओं को देश एवं प्रदेश की सरकार तक पहुंचाने के लिये निरंतर अपने आंदोलनात्मक आयाम के तहत कार्य करता रहा है। भारतीय किसान संघ के द्वारा किसानों की प्रमुख समस्याओं को सरकारों के सामने रखने के बावजूद भी किसानों के सामने समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। आज भी मध्यप्रदेश एवं देश का किसान खेती की मूलभुत आवश्यकताएँ जैसे-पर्याप्त बिजली, पानी, खाद एवं बीज के लिये संघर्षरत है। आज भी किसानों को समय पर उनकी आवश्यकतानुसार पर्याप्त मात्रा में खाद, बीज, पानी एवं बिजली
सरकार उपलब्ध नहीं करा पा रही है जिससे किसानों की फसलों की उत्पादक क्षमता में कमी आ रही है। साथ ही किसानों के द्वारा उत्पादित फसलों का एमएसपी से कम भाव पर बिकना एवं उद्यानिकी फसले लहसुन, प्याज कभी कभी फेंकना भी पड़ता है जिससे किसानों को बहुत ही आर्थिक नुकसान होता है।
भारत कृषि प्रधान देश है एवं कृषि देश की अर्थव्यवस्था रीढ़ की हड्डी होने के बावजूद भी, किसानों के द्वारा ही चुनी हुई सरकारें किसानों को सिर्फ आश्वासन एवं झूठे वादे करके उनके वोट का उपयोग तो करती है लेकिन अपने वादे के अनुरूप किसानों के हित में कार्य नही करती है। सरकारों की कथनी एवं करनी में अंतर है, जिसके तहत आज किसानों की आर्थिक हालत दयनीय है। आज भी प्रदेश एवं जिले का किसान सरकार की वादाखिलाफी एवं किसानों के
प्रति उदासीन रवैय्ये का शिकार है। जिसकी वजह से बिजली विभाग, राजस्व विभाग, जंगली जानवरों से कृषि में नुकसान, जलसंसाधन विभाग, सहकारिता, बीमा, मुआवजा, भावांतर आदि अनेक समस्याओं से पीड़ित है।
भारतीय किसान संघ एक बार पुनः दिनांक 22 नवंबर 2022 को किसानों की प्रमुख समस्याओं को लेकर भोपाल में किसान शक्ति का शंखनाद, ग्राम सभा से विधानसभा आंदोलन के माध्यम से करने जा रहा है जिसके तहत जिले की सभी ग्राम इकाईयों के द्वारा ग्राम सभा का आयोजन कर किसानों की प्रमुख समस्याओं के संबंध में प्रस्ताव पास कर, प्रस्ताव की कॉपी भोपाल आंदोलन में पहुँचकर सरकार को सौंपेंगे एवं उक्त प्रस्ताव एवं किसानों से संबंधित विषयों पर चर्चा के लिये विधानसभा का 7 दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की माँग रखेंगे।
उक्त आंदोलन में भारतीय किसान संघ जिला इकाई के नेतृत्व में आगर जिले के 5000 किसान अपने निजी
वाहन एवं जीप एवं बसो से भोपाल पहुंचेगे। जिसके लिये भारतीय किसान संघ जिला इकाई के द्वारा जिले के सभी ग्रामों में ग्रामसंपर्क अभियान प्रारंभ किया गया है साथ ही आंदोलन का प्रचार-प्रसार प्रचार वाहनों के माध्यम से किया जा रहा
है।
किसानों की प्रमुख समस्याएँ:-
1. प्रदेश सरकार खेती किसानों से संबंधित विषयों पर चर्चा हेतु विधानसभा का सात दिवसीय विशेष सत्र बुलवाये ।
2. वर्तमान में अतिवृष्टि, वायरस, अफलन से हुए नुकसान की भरपाई कर, किसानों के पुराने भावांतर, मुआवजा, बीमा की राशि का अतिशीघ्र भुगतान करें, साथ ही आपके द्वारा की गई घोषणा अनुसार डिफाल्ट किसानों का ब्याज माफ कर उन्हे सोसायटी से खाद, बीज प्रदान किया जावे।
3. मुख्यमंत्री कृषि पंप अनुदान योजना अतिशीघ्र चालु की जावे।
4. सभी अवरलोड ट्रांसफार्मरों को अंडर लोड कर जले हुये ट्रांसफार्मर 24 घंटे में उपलब्ध करवाया जावे ।
5. जिन किसानों की विद्युत पंपों की बिना जाँच किए भारवृद्धि की गई है, उसे अतिशीघ्र वापस लिया जाये।
6. सभी वितरण केन्द्र पर बिजली समस्या समाधान केम्प लगाकर तत्काल किसानों की समस्याएँ व बिलों की समस्याएँ हल की जावे।
7. मुख्यमंत्री खेत सड़क योजना एवं बलराम तालाब योजना पुनः अतिशीघ्र चालू की जावे ।
8. प्रदेश के अंदर सभी नहरों की मरम्मत की जाए ताकि समय पर किसानों को पूरा पानी दिया जाए।
9. पूरे प्रदेश में सभी देशी गोपालक किसान को 900 रुपये प्रति गाय प्रति माह दिया जावे।
10. प्रदेश में जैविक कृषि को प्रोत्साहन देने के लिये जैविक कृषि बोर्ड का गठन किया जावे।
11. मुख्यमंत्री सम्मान निधि की राशि 4000 रूपये से बढ़ाकर 10000 रुपये की जाए व राशि दी जावे।
12. राजस्व के प्रकरणों का पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर अतिशीघ्र समाधान किया जावे।
13. जमीन क्रय करने वाले व्यक्ति को रजिस्ट्री के बाद अधिकतम 7 दिवस के अंदर नामांतरण भी किया जाए ताकि
जालसाजी से बचा जा सके।
14. प्रदेश में जंगली जानवरों एवं आवारा पशुओं से कृषि क्षेत्र की रक्षा कर उससे होने वाले नुकसान की अतिशीघ्र भरपाई की जावे।
15. जिन क्षेत्रों में कृषि भूमि की गाईडलाईन बहुत कम है उसे बढ़ाया जाए और भूमि अधिग्रहण करते समय किसानों को