चैत्र नवरात्री 2020:माँ के मंदिर में पूरी होती है मन्नतें
चौमा-आगर से सारंगपुर जाने वाले मार्ग से पचेटी डेम तक रास्ता जाता है। यहां विराजित है पचेटी वाली महारानी। यह मंदिर भी खासा प्रसिद्ध है।मंदिर का भव्य निर्माण लगभग 2 करोड़ की राशि से भक्तों द्वारा करवाया जा रहा है। पचेटी वाली माताजी के मंदिर में वचन भी दिया जाता है। यहां दूर दूर से श्रद्धालु मन्नते लेकर पहुंचते हैं। मन्नत पूरे होने पर भी भक्त मां के दरबार में शीश नवाने आते हैं। पचेटी वाली बाड़ी माता के नाम से संपूर्ण क्षेत्र में यह मंदिर प्रसिद्धि रखता है।