मुक्ति का कोई तो जतन कर ले, थोडा-थोडा हरि का भजन कर ले- पंडित पंचोली
सुसनेर। मन बच्चे के समान बहुत चंचल है, हर थोडी-थोडी देर में इधर-उधर भटक जाता है, जिस प्रकार वायु को वश में नहीं किया जा सकता है, उसी प्रकार मन को वश में करना बहुत कठिन होता है, इसलिए कथा के दौरान भजन करते रहना चाहिए ताकि जो भटका हुआ मन है वह फिर वापस लोट कर आ जाये। उक्त विचार शनिवार से आफिसर कॉलोनी में शुरू की गई सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में पहले दिन पंडित कैलाशनारायण पंचोली कजलास वाले ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोंधित करते हुएं व्यक्त किये।
उन्होने भजन के माध्यम से बताया कि मुक्ति का कोई तो जतन कर ले, थोडा-थोडा हरि का भजन कर ले संगत कर अच्छे लोगों की दवा मिलेगी फकीरों की, जिन्दगी का अपने जतन कर ले, थोडा-थोडा हरि का भजन कर ले। नगर के डाक बंगला रोड पर सिंचाई विभाग स्थित श्री मनकामनेश्वर महादेव मंदिर से बैंड बाजे के साथ की कलश यात्रा निकालकर के कथा की शुरूआत की गई। कलश यात्रा में महिलाएं सिर पर कलश लिये शामिल थी। शनिवार से शुरू हुई यह कथा 7 फरवरी तक आयोजित होगी। अंतिम दिन पूर्णाहुति के साथ कथा का समापन किया जाएगा। प्रतिदिन दोपहर 12 से 4 बजे पंडित कैलाशनारायण पंचोली के मुखारबिंद से कथा का वाचन किया जा रहा है। जिसमें बडी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर धर्मलाभ ले रहे है।