चमत्कार:गड़ियाघाट वाली माता के दरबार मे पानी जलता है दिया

आगर मालवा- हिंदुस्तान में कई ऐसे मंदिर हैं, जहाँ चमत्कार होते हुए देखे गए हैं। ये चमत्कार भी ऐसे हैं, जिसे देखने के बाद वैज्ञानिक भी सकते में आ जाते हैं। ऐसा ही चमत्कार देखा जाता है अति प्राचीन और अनोखे गड़ियाघाट वाली माता के मंदिर में।माता के मंदिर में जलनेवाली ज्योत तेल या घी से नहीं, बल्कि पानी से जलाई जाती है।भले ही सुनने में यह अजीब लगे मगर सौ फीसदी सच है।



 प्रदेश के 51 वे जिले आगर मालवा की नलखेड़ा तहसील के गांव गड़ियाघाट का माता मंदिर ऐसे ही चमत्कार के लिए प्रसिद्ध है। बताया जाता है कि माता के सामने रखे एक दिए में पानी डालने से यहअपने-आप तैलीय हो जाता है और यह दिया ऐसे ही प्रज्जलित रहता है। भक्तों की माने तो यह दिया वर्षों से ऐसे ही पानी से जल रहा है।  मंदिर नलखेड़ा से लगभग 15 किलोमीटर दूर ग्राम गड़िया के पास कालीसिंध नदी के तट पर स्थित है।आस्थावान इस चमत्कार को देखने के लिए दूर-दूर से यहाँ आते हैं। पुजारी सिद्धूसिंह सोंधिया ने बताया कि वे बचपन से माँ की सेवा करते आ रहे थे। पर कुछ साल पहले माँ उनके सपने में आईं और उन्होंने कहा कि आज से पानी से दिए जलाना। दुसरे दिन जब सोंधिया ने माँ के दिए में पानी डाला, तो वह दिया पहले की ही तरह जलता रहा। यह बात जंगल की आग की तरह क्षेत्र में फैली और इस चमत्कारी ज्योत के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आने लगे।बताया जाता है कि इस मंदिर के पास बहने वाली नदी कालीसिंध नदी के पानी को इस दिए में डालते ही दिया जलने लगता है। जिसे वर्षा ऋतु तक लगातार जलाया जाता है। क्योंकि हर साल यह मंदिर वर्षा ऋतु में कालीसिंध नदी में डूब जाता है।



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