प्रशासक नियुक्त होते ही जारी हुवा हैल्पलाईन नम्बर, 24 से 48 घंटे में होगा समस्या का समाधान



सुसनेर। 30 जनवरी को राज्यशासन के आदेश जारी होने के अगले ही दिन शुक्रवार  शाम को 4 बजे अनुविभागीय अधिकारी मनीष जैन ने नगर परिषद सुसनेर के कार्यालय पहुंचकर प्रशासक का पदभार ग्रहण किया। इस दौरान परिषद के कर्मचारीयों की बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कई निर्णय भी लिये।


प्रशासक बनते ही एसडीएम मनीष जैन ने एक हैल्पलाई नम्बर जारी किये जिस पर वाट्सएप या टैक्स मैसेज के जरीये आम व्यक्ति अपनी समस्या बता सकता है। जिसे 24 से 48 घंटे में परिषद के कर्मचारीयों के द्वारा हल किया जाएगा। तय समय में समस्या का समाधान नहीं हाेने पर सम्बंधीत कर्मचारीयों पर 50 रूपये राेज के हिसाब से जूर्माना लगाया जाएगा। इसके लिए एसडीएम ने एक पेम्पल जारी किया है। साथ ही कुछ सार्वजनिक जगहों पर हैल्पलाईन नम्बर के साथ ही शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए कई बिन्दु लिखे हुएं है। एसडीएम जैन ने बताया कि 98279-57666 हैल्पलाईन नम्बर जारी किये गए है जिस पर आमजन अपनी समस्या बता सकते है। इसके लिए अशोक मालवीय को आपरेटर व अंकिता को नियुक्त किया है। जो इस पर आने वाली समस्याओ को परिषद के कर्मचारीयों से 24 से 48 घंटो में हल कराएंगे। साथ ही समय-समय पर इसका फीटबेक भी लिया जाएगा। परिषद में सफाई व्यवस्था पर जोर देते हुएं अब 4 से बढाकर के 5 मेट होंगे। हर एक मेट के जिम्मै 3-3 वार्ड होंगे ताकि समस्या का समाधान समयावधि में किया जा सके। साथ ही अच्छा कार्य करने वाले परिषद के द्वारा इनाम देकर सम्मानित भी किया जाएगा। बैठक में नगरीय क्षेत्र में डाली जा रही पेयजल योजना की पाइप लाइन के कार्य को ठेकेदार से जल्द से जल्द पूरा करने के लिए भी विचार विमर्श किया गया है। एसडीएम ने कर्मचारीयाें की समस्याओं को भी सुना। 
शिविर लगाकर सुनेंगे समस्याएं
एसडीएम जैन ने बताया कि 15 से 1 महिने में नगरीय क्षेत्र में शिविर लगाकर के भी आमजन की समस्याएं सुनी जाएगी। मोके पर हल हाेने वाली समस्याअों का शिविर में ही समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही परिषद की दुकानों का किराये की वसूली भी कि जाएगी। जो दुकानदार किराये की राशि नही देंगे उनकी दुकाने सील भी कि जाएगी। 
आमजन के बीच करेंगे संवाद व समन्वय स्थापित, लोगो को करेंगे जागरूक
एसडीएम जैन ने हैल्पलाईन नम्बर जारी करने के साथ ही पेम्पलेट व फलेक्स भी बनवाए है जिसके अनुसार नागरीको के सशक्तिकरण, परिषद में सुशासन की स्थापना, आम नागरीको और परिषद के बीच संवाद एवं समन्वय स्थापित करने, वाट्सएप या मैसेज करके समस्या बताना जैसे कई कार्य प्र्राथमिक रूप से अपनाए जाएंगे। इसी के साथ ही जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, नालियों की सफाई व अन्य समस्याओं को भी तत्काल प्रभाव से हल करने के लिए कई जानकारी अंकित की गई है। जिसके माध्यम से लोगो को जागरूक भी किया जाएगा।


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