कल हाथी घोडा पालकी के साथ गजराज पर सवार होकर निकलेंगे भगवान
सुसनेर। आचार्य दर्शन सागरजी महाराज के सानिध्य में 23 से शुरू हुएं पंचकल्याणक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अन्तर्गत कल हाथी घोडा पालकी के साथ गजराज पर सवार होकर आदिनाथ भगवान नकलेंगे।
गाजे बाजे के साथ हर्षोल्लास से भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। अंहिसा परमो धर्म का संदेश देते हुएं समाजजन शामिल होंगे तो वही महिलाएं तिरंगे की तीथ पर बैंड की प्रस्तुति देते हुएं शामिल होगी। आज इस महोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए फलेक्स बनेरो और तोरण द्वारों से पूरी नगर सजी हुई। स्वागत के लिए समाजजनो ने अपने घरो के बाहर तोरण द्वार लगाए है। जिनके माध्यम से श्रद्धालुओं का स्वागत- वंदन- अभिनंदन किया जा रहा है। ऐसा प्रतित हो रहा है की मानो पंचकल्याणक के स्वागत के लिए पूरा शहर ही आतुर दिखाई दे रहा हो।
1008 कलशो से होगा आदिनाथ भगवान का जन्माभिषेक
पंचकल्याणक महोत्सव में आज 26 जनवरी को आदिनाथ भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस दोरान इंद्रो के द्वारा 1008 कलशो से जन्माभिषेक किया जाएगा। त्रिमूर्ति मंदिर में विधानाचार्य पंडित शांतिलाल जैन के द्वारा इन कलशो का शुद्धिकरण किया गया है। पंडित शांतिलाल जैन ने बताया कि सुसनेर में यह 9 वां पंचकल्याणक महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। जिसमें आदिनाथ भगवान के जन्माभिषेक के लिए त्रिूमर्ति मंदिर में 1008 कलश मंगवाए गए है।
भगवान अर्ध्य चढाकर इंद्रो ने किया सवा लाख मंत्रो का जाप
पंचकल्याण प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरूआत त्रिमूर्ति मंदिर पर की गई। यहां विधाचार्यो ने मंत्रोच्चार के साथ मौजूद इंद्र-इंद्राणीयो से मंडल विधान में विराजमान भगवान को अर्ध्य चढवाए। इस दौरान इंद्रो के द्वारा सवा लाख मंत्रो का जाप भी किया गया।