जब सड़क किनारे लगा पत्थर आप को मंजिल तक पहुंचा सकता है तो मंदिर में विराजित मूर्ति क्यों नहीं- प. नागर
सुसनेर। जब आपको कहीं भी जाना रहता है तो आप सड़क किनारे किलोमीटर के पत्थर देखकर मंजिल तक पहुंच जाते हैं। ठीक उसी प्रकार मंदिर में विराजमान भगवान की मूर्ति भी आपको आपकी मंजिल तक पहुंचा सकती हैं। यह बात मोडी में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन रविवार को पंडित कमलकिशोर नागर ने श्रद्धाुलओं को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होने व्यासपीठ से कहां कि गुरु शंकर का रूप होता है जब आपको कोई गुरु ना मिले तो भगवान शिव शंकर को गुरु मान लो, महादेव निराकार है। जिस प्रकार शेरनी का दूध केवल उसके बच्चे एवं सोने के पात्र में ही हजम होता है। उसी प्रकार भगवत कथा का ज्ञान भी उचित स्थान पर लगता है हर जगह नहीं। कोई भी मनुष्य जन्म से भगवत प्राप्त नहीं होता है भगवत प्राप्त करने के लिए कठीन सुमिरन करना आवश्यक है ना कि दिखावा। आपको कुछ ऐसी भक्ति करनी चाहिए कि ईश्वर की नजर आप पर पड़े और आप तर जाए। कथा दूसरे दिन सुसनेर, आगर, नलखेड़ा, सोयत, माचलपुर, छापीहेड़ा, खुजनेर तथा राजगढ़ व क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों से 10 हजार से भी अधिक श्रद्धालुओं ट्रैक्टर बसे व निजी साधनों से कथा श्रवण करने पहुंचे। तो 2 लाख वर्ग फीट में लगाया गया पंडाल भी छोटा पड गया। इसके चलते हजारों की संख्या में श्रोतागण पंडाल के बाहर खुले में बेठकर ही कथा सुनते रहे।
कथा में बताया दीक्षा का महत्व
पंडित नागर ने कथा में श्रद्धालुओ को सम्बोधित करते हुएं कहां कि दीक्षा चार प्रकार की होती है नाम से ,नजर से ,स्पर्श से, दया से, अगर इनमें से आपके ऊपर नजर ईश्वर की नजर भी पड़ जाऐ तो आपका जीवन धन्य हो जाए।
रस गंगा पर झूमे सत्संगी
श्री नागर ने कथा में उठ जाग मुसाफिर क्यो सोया...मंदिर जाति मीरा को सांवरिया मिल गया रे गिरधर जादू कर गया रे... राम नाम रस पितो रे मन तु राम नाम... आदि भजनों को गाये जिन पर श्रोतागण झुमने लगे।
कलेक्टर पहंचे कथा स्थल
रविवार को कथा सुनने कलेक्टर संजय कुमार, एसडीएम मनीष जैन कथा स्थल पर पहुंचे। जिनका स्वागत आयोजन समिति के सिसोदिया परिवार द्वारा साफा बंधवाकर किया गया। कलेक्टर ने कथा विश्राम पर श्रीमद् भागवत की आरती की।
हुवा निःशुल्क उपचार
कथा स्थल पर झालावाड़ के सरदार पटेल मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर बी के पाटीदार एवं डॉक्टर विमल अग्रवाल के द्वारा निशुल्क उपचार किया जा रहा है।
रोज निकल रही है प्रभातफेरी
श्रीमद् भागवत कथा मोड़ी में प्रदेशभर से सैकड़ों साधकों द्वारा प्रतिदिन सुबह 5:00 बजे गांव मोड़ी में प्रभात फेरी निकाली जा रही है। साधकों द्वारा लोगों को प्रातः काल जल्दी उठने के लाभ वह प्रात:काल उठने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।