धनु राशि का वर्ष 2020 ऐसा रहेगा
उज्जैन के पंडित दयानंद शास्त्री के अनुसार धनु राशि का स्वामी गुरु बृहस्पति होता है। राशिचक्र में यह नौवीं राशि है। इस राशि के लोग अधिक खर्चीले होते हैं। इन्हें धन एकत्रित करने में कठिनाई भी आती है। वाद-विवाद से दूरी बनाएं रखते हैं। इन्हें वाल्यास्था में कुछ कष्ट अवश्य रहता है। स्पष्ट बोलने व निडर स्वभाव के कारण कभी कभी कार्यों में बाधा भी आती है। यह राशि मूल नक्षत्र के चारों चरण , पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के चारों चरण तथा उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के प्रथम चरण से मिलकर बनी होती है । इस प्रकार धनु राशि में कुल9 चरण और प्रत्येक चरण 3 अंश 20 कला का होता है । जो संपूर्ण धनु राशि का निर्माण इन नौ चरणों को समाहित करने पर 30 अंश की बनी होती है। आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा ढैया चल रहा , जो 24 जनवरी 2020 को पूर्ण होकर, शनि के अंतिम ढैया का प्रभाव प्रारंभ हो जाएगा । दिनांक 5 नवंबर 2019 से राशि स्वामी गुरु का प्रवेश आपकी राशि में हो रहा है । इसके प्रभाव से शनि और गुरु समान रूप से फल देने में आपके लिए मददगार रहेंगे । जो समय-समय पर उतार-चढ़ाव कारी स्थिति का सामना करने के लिए मजबूर कर सकते हैं ।
इस राशि के जातक ज्योतिष, कानूनी कार्य, शिक्षण या कला क्षेत्र के जानकार होते हैं। स्वयं के स्तर पर व्यापार करना इनके लिए लाभकारी होता है। भागीादरी में घाटा होने की संभावना रहती है।राहू 23 सितंबर को आपकी राशि से छठे स्थान पर विचरण करेंगें तथा केतु जो कि आपकी में ही विराजमान थे वो भी अब 12वें स्थान में आ जाएंगें। राहू का वृषभ राशि और रोग स्थान में आना आपके लिये रोग और शत्रुता की उत्पति करने वाला बन सकता है। छठा स्थान प्रतिस्पर्धा का भी होता है इस लिये यहां भी आपके लिये प्रतिस्पर्धा काफी चुनौतिपूर्ण रहेगी। केतु का लग्न से व्यय स्थान में आना खर्च की बढ़ोतरी करने वाला रह सकता है। यह समय आपके लिये ऋण लेने वाल भी हो सकता है। फिजूल खर्ची से बचकर रहें। बहुत जरूरी हो तो ही खर्चा करें। शनि 29 सितंबर को मार्गी होंगे। मार्गी होने पर पुन: आपके लिये स्थितियां बदलनी शुरु होंगी। अचानक से धन लाभ की संभावनाएं बन सकती हैं। रूका हुआ धन भी इस समय आपको प्राप्त हो सकता है। 20 नवंबर को गुरु पुन: मकर राशि में आ जाएंगे जिसके पश्चात अपने सपनों को साकार करने के लिये आप मेहनत कर सकते हैं। ससुराल पक्ष से भी आपको इस समय अपेक्षित सहयोग मिल सकता है।धन के स्थान में शुक्र विराजमान हैं जिनके प्रभाव से इस वर्ष आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी खासी रहेगी क्योंकि शुक्र लाभ स्थान के स्वामी होकर धन के स्थान में विराजमान हैं। गुरु 30 मार्च को मकर राशि में शनि के साथ प्रवेश करेंगें जो कि आपकी राशि से धन भाव में नीच भंग राजयोग बना रहे हैं। गुरु वैसे भी आपकी राशि के स्वामी भी हैं जिनका धन भाव में नीचभंग राजयोग बनाना आपके व्यक्तित्व में निखार लायेगा। आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि करेगा। कुटुंब परिवार में आपका मान-सम्मान व रूतबा बढ़ेगा। गुरु की पंचम दृष्टि शत्रु व रोग घर पर पड़ने से रोग भी कम होने की उम्मीद कर सकते हैं। कर्मक्षेत्र पर नवम दृष्टि होने से शुभ परिणाम देखने को मिलेंगें।11 मई को शनि वक्र हो रहे हैं। वक्र होने पर धन हानि व कुटुंब परिवार में कलह की स्थिति बन सकती है। इस समय पर कोई भी लेन-देन न करें क्योंकि वक्र ग्रह के प्रभाव से लिया हुआ पैसा दे नहीं पाएंगे तो दिया हुआ पैसा वापस मिलने में भी आपको परेशानी हो सकती है।
आर्थिक जीवन:
धनु राशि के जातकों को इस साल अल्पावधि में किए गए निवेश से मुनाफ़ा होगी। धन से जुड़े मामलों में बहुत ज्यादा किसी पर भरोसा न करें। अगर अर्थ से जुड़ा कोई विवाद चल रहा है तो उसका फैसला आपके हक में आ सकता है। इस वर्ष आप धन की बचत कर पाने में कामयाब होंगे।
करियर-व्यापार:
धनु राशि के लोगों के कार्यक्षेत्र के लिए साल 2020 अच्छे संकेत कर रहा है। आप इस वर्ष सफलता की पूरी उम्मीदें लगा सकते हैं। इस साल आपको विदेशी कंपनी से भी ऑफर मिल सकता है। बीते साल की अपेक्षा यह वर्ष आपके लिए अधिक फलदायी होगा। इस वर्ष आपकी आय में वृद्धि भी होगी और प्रमोशन मिलने की भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
पारिवारिक जीवन:
वर्ष की शुरुआत में परिजनों के साथ समय बिताने का मौक़ा मिलेगा। ननिहाल पक्ष में किसी आयोजन के चलते आप थोड़े व्यस्त रह सकते हैं। संतान के ऊपर धन खर्च होगा। अपनी स्पष्टवादी छवि से आप अपने परिजनों से दूर हो सकते हैं। अप्रैल में माता-पिता के साथ किसी धार्मिक यात्रा पर जाने का मौका मिल सकता है। जून में माता-पिता की सेहत का ध्यान रखें। संतान की ओर से कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। सितंबर में परिजनों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित होंगे। वर्ष के अंतिम माह में ससुराल पक्ष से किसी तरह का आर्थिक लाभ मिल सकता है।
स्वास्थ्य जीवन:
इस वर्ष आपको आपको स्वास्थ के क्षेत्र में मिलेजुले परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। इस वर्ष आपको मानसिक बेचैनी रह सकती है। ऐसी स्थिति में दैनिक रूप से ध्यान और योग करें। स्वास्थ्य के प्रति किसी तरह की लापरवाही न बरतें।
उपाय:
परेशानियों से दूर रहने के लिए नियमित रूप से हनुमान अष्टक का पाठ करें। मंगलवार को हनुमान मंदिर जाकर तीन केले चढ़ाएं।